July 27, 2011 at 5:34 PM @my facebook post in note section. अब सबसे बड़ा सवाल यह तुम्हारे ऊपर मैं छोड़ता हूँ कि तुम अपने अध्यात्म का क्या अर्थ निकालते हो..?. अपने अध्यात्म का ठीक -ठीक अर्थ निकालते ही तुम विधाता – बाबा – श्रीकेदारनाथ जी के शक्ति का अंदाजा लगा लोगे । […]
Monthly Archives:: March 2020
‘जनता कर्फ्यू दिवस’ पर विशेष सन्देश
धर्माचार्यों को अब यह समझाने का समय आ गया है कि ‘अ’ से अनार नहीं, अघोर होता है। अपनी अघोरावस्था में मैंने जाग्रत त्रिकोण को साकार किया, जिसके विषय में मैं आगे चल कर कहूँगा। यहाँ इतना कहना आवश्यक है कि त्रिकोण से जन्मा पहला अक्षर ‘अ’ होता है , जिसमें मैंने विस्फोट कर दिया […]
‘कलियुग की गणना करने में मुझसे भारी गलती हो गई। कलियुग का अंत करें – वेदव्यास… I made a huge mistake in calculating the KALIYUG, Pl. end the KALIYUG. -Vedavyas
वे आते और बाबा -माँ को प्रणाम करते। कुछ से गुरुजी वार्ताएँ भी करते। इन्हीं में एक दिन महर्षि वेदव्यास भी आए। मैंने गुरुजी को बताया -“पिताजी! वेदव्यासजी कई दिनों से बारबार आ रहे हैं। काफी उदास लग रहे हैं और आपसे कुछ कहना चाहते हैं। गुरुजी ने कहा -” उनसे कह दो, जो कहना […]
कलियुग ने अपना अंत क्यों माँगा ?Why the KALIYUG sought its End ?
गुरुजी अचानक मुझसे बोले –“बेटा ! देखो तो कोई हमसे संपर्क करने की कोशिश कर रहा है ? कौन है वह, जो हमारे घेरे में घुसने की कोशिश कर रहा है ?” गुरुजी का आदेश पाकर मैंने देखा कि हमारे सुरक्षा घेरे के बाहर से कोई काले करेंट के रूप में प्रवेश करना चाहता था। […]